संता को मुगलों ने पकड़ लिया और उसे अकबर के पास ले गए…
अकबर – कौन हो तुम ?
संता – जहाँपनाह, मैं संता हूँ |
अकबर – इतनी रात को तुम हमारे महल के पास क्या कर रहे थे ?
संता – घबराते हुए ……… जी मैं ……… वो ……. कुछ नहीं ……… बस ऐसे ही ……..
अकबर – सिपाहियों, इसको बंदी बना दिया जाए…
संता – नहीं…नहीं जहांपनाह !!! रहम !
…..मुझे बंदा ही रहने दो।
☺☺☺☺☺☺
अकबर – बीरबल , कुछ ऐसा तरीका बताओ कि मैं खाऊं पियूँ तो बहुत…. पर मेरा रोज़ा ना टूटे !!!!
बीरबल – हुज़ूर, आप लोगो से लात घूसे खाओ और गुस्से को पी जाओ….
…सब कुछ टूटेगा मगर रोज़ा नहीं टूटेगा !
😉😉😉😉😉😉
अध्यापक – अकबर कौन था ?
छात्र – सर, अकबर गे (Gay) था !!
अध्यापक – कैसे ???
छात्र – सर आपने सुना है कि लैला-मज़नूं…….हीर-राँझा …… सोहिनी-महिवाल….. शीरी-फरहाद……आदि …
केवल अकबर के केस में अकबर-बीरबल है !!!!!
🤔🤔🤔🤔🤔🤔
अकबर ने बीरबल से तीन नये सवाल पूछे और कहा तीनों का जबाब एक ही होना चाहिये …
“दूध क्यों उफन जाता है ?
पानी क्यों बह जाता है ?
सब्जी क्यों जल जाती है ?”
बीरबल ने जवाब दिया …..
“व्हाटसअप चालू होने की वजह से”
😉😉😉😉😉😉😉
अकबर ने बीरबल से कहा – इस दीवार पर कुछ ऐसा लिखो कि
ख़ुशी में पढूं, तो दुःख हो और दुःख में पढूं, तो ख़ुशी हो.
बीरबल ने दीवार पर लिखा – ये वक़्त गुजर जायेगा.
अकबर : बीरबल, हम अनारकली को क्यों नहीं दूंढ पा रहे हैं?
बीरबल : क्योंकि हम मुग़ल है, गूगल नहीं!!