इश्क़ में ये अंजाम पाया है, हाथ पैर टूटे,
मुँह से खून आया है, हॉस्पिटल पहुंचे तो
नर्स ने फ़रमाया. बहारों फूल बरसाओ,
किसी का आशिक़ आया है।।
पानी में तैरना सीख ले मेरे दोस्त,
आँखों में डूबने वालों का अंजाम बुरा होता है।।
जिस्मों का अंजाम जिस दिन देख लोगे,
उस दिन तुम्हें रूह से मोहब्बत हो जाएगी!
अंजाम की परवाह होती तो, हम मोहब्बत करना छोड़ देते,
मोहब्बत में तो जिद्द होती है, और जिद्द के बड़े पक्के हैं हम।
वह अफसाना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन उसे एक खूबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा