रखते हैं हम सफ़र में सामान बहुत,
ज़रा सी ज़िन्दगी और अरमान बहुत!
जिन्दगी के लिए जान जरूरी है,
जीने के लिए अरमान जरूरी है,
हमारे पास चाहे हो कितने भी गम
तेरे चेहरे पर मुस्कान जरूरी है.
अभी अरमान कुछ बाक़ी हैं
दिल में मुझे फिर आज़माया जा रहा है!
जब यार मेरा हो पास मेरे, मैं क्यूँ न हद से गुजर जाऊँ, जिस्म बना लूँ उसे मैं अपना, या रूह मैं उसकी बन जाऊँ।
चाहा है तुम्हें अपने अरमान से भी ज्यादा, लगती हो हसीन तुम मुस्कान से भी ज्यादा, मेरी हर धड़कन हर साँस है तुम्हारे लिए, क्या माँगोगे जान मेरी जान से भी ज्यादा।
ना सवाल बनके मिला करो,ना जवाब बनके मिला करो,मेरी जिंदगी मेरा ख्वाब है,मुझे ख्वाब बनके मिला करो...