अरमान सभी दफ़न
सीने में साहिब कर लेता है,
हर सितम सहता है बाप बच्चों
की ख़ुशी के लिए !!
अरमां तमाम उम्र के सीने में हैं दफ़न….
हम चलते फिरते लोग मज़ारों से कम नहीं!
आरज़ू,
अरमान, इश्क़,
तमन्ना, वफ़ा, मोहब्बत,
चीज़ें तो अच्छी है पर
दाम बहुत है !!
जब यार मेरा हो पास मेरे, मैं क्यूँ न हद से गुजर जाऊँ, जिस्म बना लूँ उसे मैं अपना, या रूह मैं उसकी बन जाऊँ।
चाहा है तुम्हें अपने अरमान से भी ज्यादा, लगती हो हसीन तुम मुस्कान से भी ज्यादा, मेरी हर धड़कन हर साँस है तुम्हारे लिए, क्या माँगोगे जान मेरी जान से भी ज्यादा।
ना सवाल बनके मिला करो,ना जवाब बनके मिला करो,मेरी जिंदगी मेरा ख्वाब है,मुझे ख्वाब बनके मिला करो...