रखते हैं हम सफ़र में सामान बहुत,
ज़रा सी ज़िन्दगी और अरमान बहुत!
जिन्दगी के लिए जान जरूरी है,
जीने के लिए अरमान जरूरी है,
हमारे पास चाहे हो कितने भी गम
तेरे चेहरे पर मुस्कान जरूरी है.
यूँ ही भटकते रहते है, अरमान तुझसे मिलने के,
न ये दिल ठहरता है न तेरा इन्तजार रूकता है.
अरमान था तेरे साथ जिन्दगी बिताने का,
शिकवा है खुद के खामोश रह जाने का,
दीवानगी इस से बढ़कर और क्या होगी
आज भी इंतज़ार है तेरे आने का.
दिल का अरमान पल-पल बढ़ता है,
ना ये दिल ठहरता है ना तेरा इतंजार रूकता है.
हजारो ताले लगा दिए दिल पर अब बचा कोई अरमान नही,
बंद होकर फिर खुल जाएँ, ये कोई दुकान नही.