कुछ नहीं फ़ायदा इस क़ैद से आज़ाद होने का,
मज़ा कुछ और ही है इश्क़ में बर्बाद होने का!
बर्बाद बस्तियों में किसे ढूँढते हो तुम,
उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते!
कर दी ना बर्बाद फिर अच्छी खासी शाम,
कमज़र्फों के हाथ में और दीजिये जाम..!
सोचा था प्यार बदल देगा मेरी लाइफ
पर इसने तो लाइफ को बर्बाद ही कर दिया
बर्बाद कर गए वो ज़िंदगी प्यार के नाम से,
बेवफाई ही मिली हमें सिर्फ वफ़ा के नाम से,
ज़ख़्म ही ज़ख़्म दिए उस ने दवा के नाम से,
आसमान रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम से।
दर्द हैं दिल में पर इसका ऐहसास नहीं होता
रोता हैं दिल जब वो पास नहीं होता
बरबाद हो गए हम उनकी मोहब्बत में
और वो कहते हैं कि इस तरह प्यार नहीं होता