आज बारिश मे तेरे संग नहाना है,
सपना ये मेरा कितना सुहाना है,
बारिश की बूंदे जो गिरे तेरे होठो पे,
उन्हे अपने होठो से उठाना है!!
Khyalon mein wahi, sapno mein wahi, Lekin unki yaadon mein hum the hi nahi, Hum jaagte rahe duniya soti rahi, Ek baarish hi thi, jo humare sath roti rahi.
कितनी जल्दी यह मुलाकात गुज़र जाती है,प्यास बुझती भी नहीं बरसात गुज़र जाती है,अपनी यादों से कहो यु ना आया करेनींद आती भी नहीं रात गुजर जाती है..
मज़ा बरसात का चाहो तो इन आँखों में ना बैठोवो बरसो में कभी बरसे, यह बरसो से बरसती है|
मैं तेरे हिज़ार की बरसात में कब तक भीगू!!ऐसे मौसम में तो दीवारे भी गिर जाती है..
Mera Shahar To Baarishon Ka Ghar ThehraYahan Ki Aankh Ho Ya Dil, Bahot Barasti Hain