रात भर बेक़रारी की सबब बनी जो सनसनाहट
वो सिर्फ हवा के झोंके थे यादों के आँगन में।
बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरुखी तेरी
फिर भी बेइंतहा तुझे चाहने की बेबसी मेरी
हमने सुना है रहती है अब बेकरार वो,
छुपके किसी का करती है इंतजार वो!
आलम तो ये न था कि दूरियाँ इतनी बढ़ जाये,
पर बेक़रारी ने तो हद कर दी।
कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार हैजुदाई के बाद भी तुम से प्यार हैतेरे चेहरे की उदासी बता रही हैमुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है..
कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार है
जुदाई के बाद भी तुम से प्यार है
तेरे चेहरे की उदासी बता रही है
मुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है..
जिद में आकर उनसे ताल्लुक तोड़ लिया हमने,अब सुकून उनको नहीं और बेकरार हम भी हैं।
जिद में आकर उनसे ताल्लुक तोड़ लिया हमने,
अब सुकून उनको नहीं और बेकरार हम भी हैं।