बेखुदी कि जिन्दगी जिया नही करते,
जाम दूसरो का छीन कर पिया नही करते,
उनको मुहब्बत है तो आ के इजहार करे,
पीछा हम भी किसी का किया नही करते…
आपकी याद आती रही रात भर,
बेखुदी में हंसाती रही रात भर,
चांद मेरे संग सफर में ही रहा,
चांदनी गुनगुनाती रही रात भर 🥰
बेखुदी ने मुझे फिर होश में आने न दिया,
तेरी आँखों को ही मयखाना लिखा है मैंने!