मेरी आँख से तेरा गम छलक तो नही गया
तुझे ढूंढ कर मैं भटक तो नहीं गया ….!!
ये जो इतने प्यार से देखता है आजकल
मेरे दोस्त तू मुझसे थक तो नहीं गया.!!
तिज़ोरियों पे नज़र और लोग रखते हैं
मैं आसमान चुरा लूंगा जब भी मौका लगा
ये क़ायनात बनाई है एक ताजिर नें
यहां पे दिल नहीं लगना यहां पे पैसा लगा
तेरे जिस्म से मेरी गुफ़्तगू रही रात भर
कहीं मैं नशे में ज़्यादा बक तो नहीं गया
ये जो इतने प्यार से देखता है तू आजकल
मेरे यार कहीं तू मुझसे थक तो नहीं गया
जब किसी एक को रिहा किया जाए
सब असीरों से मशवरा किया जाए
रह लिया जाए अपने होने पर
अपने मरने पे हौसला किया जाए
मेरे आँसू नही थम रहे कि वो मुझसे जुदा हो गया
और तुम कह रहे हो कि छोड़ो अब ऐसा भी क्या हो गया