कुछ तो बात होगी तुझमे,
जो कभी नहीं रोया उसे रुलाया है तुमने.
तब बहुत देर हो
चुकी होगी,
जब तुझे
हम समझ आएंगे..
बस इतना बता दो , इंतज़ार करू या बदल जाऊ ?
साथ रोती थी हँसा करती थी
एक परी मेरे दिल में बसा करती थी
किस्मत थी हम जुदा हो गए वरना वो
मुझे अपनी तकदीर कहा करती थी
दिल के पहलू में
एक दर्द सा पाने लगे,
जब अपने ही
बेगाने से नजर आने लगे।
हर किसी के नसीब में
कहां लिखी होती है चाहतें
कुछ लोग दुनिया में आते है सिर्फ
तन्हाइयो के लिए