जिस चाँद पर तुम्हे गुमान है, वो
चाँद मेरे भोले के सिर पर
विराजमान है।।
हीरे मोती और जेवरात तो सेठ लोग
पहनते हैं, हम तो भोले के भक्त है
इसीलिए “रुद्राक्ष” पहनते हैं..!!
बाबा महाकाल के भक्त हैं, हर हाल में मस्त हैं,
जिंदगी एक धुँआ हैं, इसलिए हम चिलम मैं मस्त हैं !
सच्चे मन से करूं तेरी पूजाऔर ना भाय मुझे कोई दूजा
आग लगे उस जवानी कों ज़िसमे,महाकाल नाम की दिवानगी न हो!जय श्री महाकाल