तेरा हाथ पकड़ कर तुझे रोक लेते अगर
तुम पर थोड़ा सा जोर होता मेरा,
ना रोते हम यूं तेरे लिए,
अगर हमारी जिंदगी में कोई और होता।
हमारे बिन अधूरे तुम रहोगे,
कभी चाहा किसी ने खुद तुम कहोगे,
हम ना होंगे तो ये आलम ना होगा,
मिलेंगे बहुत से पर हम सा कोई पागल ना होगा।
मोहब्बत ने आज हमको रुला दिया,
जिस पर मरते रहे उसी ने भुला दिया,
हम तो उनकी याद में आंसू पीते गए,
एक दिन उसने आंसुओं में भी जहर मिला दिया।
अब जो मेरे न हो सको तो कुछ ऐसा कर देना,
मैं जैसा पहले था मुझे फिर से वैसा कर देना !
पता तो मुझे भी था कि लोग बदल जाते हैं,
पर मैंने तुम्हें उन लोगों में कभी गिना ही नहीं था !
कुछ लोग हमारी क़दर इसलिए नहीं करते
क्यूंकि हम उन्हें एहसास दिला चुके होते है
की हम उनके बिना रह नहीं सकते,