मेरी चाहतें है जितनी वो बस काफ़ी है
इश्क करना गर गलती है हमारी
तो उसके लिए दिल से माफ़ी है।
बहुत गुमनाम है चाहत के रास्ते।
तू भी लापता मैं भी लापता।
उजालों की चाहत जिन्हें होगी उन्हें होगी…
मैं रौशनी हूँ, अँधेरे में भी बसर करलूँगी !!