तू मिले या ना मिले ये मेरे नसीब की बात है,
पर सुकून बहुत मिलता है तुझे अपना सोचकर
अपने वो नहीं जो तस्वीर मे साथ हो
अपने वो होते हैं जो हर तकलीफ मे साथ हो
"तूने जिंदगी का नाम तो सुना होगा,
मैने अक्सर तुम्हे इसी नाम से पुकारा है"
कितने और करीब तुम्हे मैं अपने लाउ ,
तुम्हे दिल में रखकर भी
मेरा दिल नहीं भरता।
जो उसकी आँखों से बयां होते है ,
वो लफ्ज़ किताबों में कहा होते है।
थोड़े गुस्से वाले
थोड़े नादान हो तुम
मगर जैसे भी हो
मेरी जान हो तुम।