बहुत डर
लगता है मुझे उन लोगों से,
जो बातों में मिठास और दिल में
जहर रखते है !!
ढलने को आई शाम तो डर सताने लगा,
कहीं फिर तेरी यादों में सुबह ना हो जाये!
अंधेरों का डर यहाँ किस को है….
डर तो उसका है जो उजालो में ना हो सका!