दो शब्दों में सिमटी है मेरी मुहब्बत की दास्तान,
उसे टूट कर चाहा और चाह कर टूट गये।
अजीब दास्तान
होती है मोहब्बत की भी,
उसीसे होती है जो हमारे लिए
बना ही नहीं होता !!
ख्वाब रह गए अधूरे,
अधूरी सी ये दास्तान रह गई
तुम तो चले गए छोड़ कर पर
तुम्हारी यादें साथ रह गयी