रिश्ता वो नहीं जिसे दुनिया को दिखाया जाए,सच्चा रिश्ता वो है जिसे दिल से निभाया जाए।
रिश्ता वो नहीं जिसे दुनिया को दिखाया जाए,
सच्चा रिश्ता वो है जिसे दिल से निभाया जाए।
जो रिश्ता हमको रूला दें,उससे गहरा रिश्ता कोई नहीं,जो रिश्ता रोते हुए छोड़ दें,उससे कमजोर रिश्ता कोई नहीं,बूरे वक्त में भी जो रिश्ता निभाए,उससे बड़ कर रिश्ता कोई नहीं।
जो रिश्ता हमको रूला दें,
उससे गहरा रिश्ता कोई नहीं,
जो रिश्ता रोते हुए छोड़ दें,
उससे कमजोर रिश्ता कोई नहीं,
बूरे वक्त में भी जो रिश्ता निभाए,
उससे बड़ कर रिश्ता कोई नहीं।
एक चाहत होती है,अपनों के साथ जीने की,वरना पता तो हमें भी है,कि मरना अकेले ही है,मित्रता एवं रिश्तेदारी ‘सम्मान’ की नही ”भाव” की भूखी होती है,बशर्ते लगाव दिल से होना चाहिए,दिमाग से नही।
एक चाहत होती है,
अपनों के साथ जीने की,
वरना पता तो हमें भी है,
कि मरना अकेले ही है,
मित्रता एवं रिश्तेदारी ‘सम्मान’ की नही ”भाव” की भूखी होती है,
बशर्ते लगाव दिल से होना चाहिए,
दिमाग से नही।
अपना और पराया क्या है,मुझे तो बस यही पता है,जो भावनाओं को समझे वो अपना,और जो भावना से परे हो वो पराया,जो दूर रहकर भी पास हो वो अपना,और जो पास रहकर भी दूर हो वो पराया।
अपना और पराया क्या है,
मुझे तो बस यही पता है,
जो भावनाओं को समझे वो अपना,
और जो भावना से परे हो वो पराया,
जो दूर रहकर भी पास हो वो अपना,
और जो पास रहकर भी दूर हो वो पराया।
रिश्ते ऐसे बनाओ कि जिसमें शब्द कमऔर समझ ज्यादा हो, झगड़े कमऔर नजरिया ज्यादा हो।
रिश्ते ऐसे बनाओ कि जिसमें शब्द कम
और समझ ज्यादा हो, झगड़े कम
और नजरिया ज्यादा हो।