हर जगह तेरा दीदार रखते हैं,
पा सके तुझे ऐसा किरदार रखते हैं!
दीदार-ए-यार की खातिर आंखों में ख्वाब ओढ़कर,
चले आये हैं नींद को हम करवटों में छोड़कर..!!
न जाने कौनसा रंग मेरी आँखों में छूटेगा..!!
तेरे दीदार का रोज़ा है, तुझे देखकर ही टूटेगा..!
ना सवाल बनके मिला करो,ना जवाब बनके मिला करो,मेरी जिंदगी मेरा ख्वाब है,मुझे ख्वाब बनके मिला करो...
जो लम्हा साथ है, उसे जी भर के जी लेना..कमबख्त ये जिंदगी भरोसे के काबिल नहीं है|
आरजू होनी चाहिए किसी को याद करने की लम्हे तो अपने आप मिल जाते है|