बेकाबू हो जाती है उस वक्त धड़कन मेरी,
जब तुम आहिस्ता आहिस्ता मेरे करीब आते हो!
दिल की धड़कन बनकर दिल में रहोगे तुम,
जब तक सांस है मेरे साथ रहोगी तुम…
तुझे याद करना न करना अब मेरे बस में कहाँ,
दिल को आदत है हर धड़कन💓,
पे तेरा नाम लेने की…!!
इक डूबती धड़कन की सदा लोग ना सुन ले…
कुछ देर को बजने दो ये शहनाई ज़रा और…
दिल की धड़कन को कौन समझेगा।
मेरी उलझन को कौन समझेगा।
एक बेटी नहीं अगर घर में
घर के आंगन को कौन समझेगा।