#सलमान – ‘मेरे पास रॉकेट हैं, पटाखे हैं, अनार हैं,
चकरी हैं, बम हैं, तुम्हारे पास क्या है?
शाहरुख – ‘मेरे पास?’ मेरे पास ‘मा…चीस’ है।
अगर लगा दूंगा सभी पे तो कुछ भी नहीं बचेगा!!!
#चिंकु- एक बार ‘बुरा न मानो होली है!’ यह
कहकर किसी ने मुझ पर रंग फेंक दिया था
पिंकु- फिर तुमने क्या किया?
चिंटू- बुरा न मानो दिवाली है कहकर मैंने उस पर
बम फेंक दिया आज पूरा मोहल्ला मुझे ढूंढ रहा है!!!
#बेटा (अपनी मां से)- मां, दिवाली आने वाली है
इस बार मैं पटाखे इस दुकान से लूंगा
मां- नालायक, ये पटाखों की दुकान नहीं, लड़कियों का हॉस्टल है
लड़का- मुझे क्या पता? एक दिन पापा कह रहे थे कि
यहां एक से एक धांसू और रंगीले पटाखे हैं!!!
जब कोई पटाखा थोडा सा जलकर फुस्स हो जाता है तो उसे पैर से कुचल कर कुछ लोग ऐसे फील लेते है जैसे टाइम बम defuse करके दुनिया को बचा लिया हो....
इस दिवाली स्वच्छ दिवाली मनाये| पटाखे फोड़कर ध्वनि प्रदुषण और कार्बन प्रदुषण न फैलाये| ऐसा बोलने वालो को कुर्सी से बांधकर उसके नीचे सुतली बम जलाये|
अगर पटाखे और फुलजड़ी का नाम सुनते ही आपके दिमाग में लडकियों का ख्याल जाता है तो मेरे दोस्त बर्बाद हो चुके हो तुम...