"रोज हाँ या ना के बीच,
जदोजहद होती है,
फिर तुम्हें याद कर लेता हूँ,
फिर सफऱ की शुरआत होती है l"
Jaane Kyun Doob Jata Hun Har Bar Inhein Dekh Kar,Ek Dariya Hain Ya Poora Samandar Hain Teri Aankhein.
Jaane Kyun Doob Jata Hun Har Bar Inhein Dekh Kar,
Ek Dariya Hain Ya Poora Samandar Hain Teri Aankhein.
ये कैसा अजब सा प्यार है जिस में ना मिलने की आस ना कोई तकरार है ..दूरियाँ इतनी की सही न जाएँ फिर भी निभाने की चाह बरक़रार है..
तू पास नहीं तो क्या हुआ मोहब्बत तो हम तेरी दूरियों से भी करते है|