इश्क ने दोस्ती से एक दिन पूछ ही लिया,
जब मैं हूँ यहाँ तो तेरा क्या काम है,
तो दोस्ती ने कहा जहाँ तू नाकाम है,
वहाँ मेरा ही नाम है