दोस्ती तो वो है जो तेज़ बारिश मे भी,
चेहरे पर गिरे हुये आँसू पहचान लेती है !
बरसों बाद कॉलेज के कैंटीन में गया,
चाय वाले ने पूछा कि चाय के साथ क्या लोगे,
मैंने कहा पुराने दोस्त मिलेंगे !
प्यार में भले ही जूनून है !
मगर दोस्ती में सुकून है !
गुनाह करके सज़ा से डरते हैं, जहर पी के दवा से डरते हैं,
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं, हम तो दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं |
दोस्ती ज़िन्दगी का खूबशूरत लम्हा है,
जिसे मिल जाये तन्हाई में भी खुश,
जिसे न मिले भीड़ में भी अकेला.
पलकों से रास्ते के काटे हटा देंगे,
फूलों को क्या हम अपना दिल बिछा देंगे।
टूटने ना देंगे अपनी दोस्ती को कभी,
बदले में हम खुद को मिटा लेंगे।।