दोस्ती तो वो है जो तेज़ बारिश मे भी,
चेहरे पर गिरे हुये आँसू पहचान लेती है !
बरसों बाद कॉलेज के कैंटीन में गया,
चाय वाले ने पूछा कि चाय के साथ क्या लोगे,
मैंने कहा पुराने दोस्त मिलेंगे !
“तेरी दोस्ती के लिए अपना दिल तोड़ सकता हु
लेकिन अपने दिल के लिए तेरी दोस्ती नहीं तोड़ सकता।”
“दोस्ती में ही “ताकत” है साहेब..
“समर्थ” को झुकाने की…
बाकी “सुदामा” में कहाँ ताकत थी..
“श्रीकृष्ण” से पैर धुलवाने की।”
हम dosti कम लोगों से करते है
पर जिससे भी करते है Perfect करते है
एक रात खुदा ने मेरे दिल से पुछा,
तू दोस्ती में इतना क्यों खोया हैं,
दिल बोला दोस्तों ने ही दि हैं सारी खुशियाँ,
वरना प्यार करके तो दिल हमेसा रोया हैं।