बड़े खूबसूरत हैं तेरे एहसास के धागे,
बंधे रहते हैं मुझसे बिना बांधे!
तेरे एहसास से जुड़ी हर एक चीज़ को संभाले रखा है,
तुझसे शुरू हुई दास्तां का नाम हमने इश्क रखा है!
हजारों से करूं इश्क़,ये फितरत नहीं हमारी,पर तुमसे इश्क़ मैं, हजारों बार कर जाऊँगा l
"अपने दिल से,एक झूठ रोज बोल देता हूँ,मोह्हबत नहीं है तुमसे, ये सोच लेता हूँ,डर है राज खुलते, तुम ख़फ़ा ना हो जाओ,जितनी हो बहुत हो, ये किस्मत मान लेता हूँ l