Khamosh Muhabbat Ka Ehsaas Hai Wo,
Mere Khwahish Mere Jajbat Hai Wo,
Aksar Ye Khyal Kyu Aata Hai Dil Mai,
Meri Pahli Khoj Or Aakhiri Talash Hai Wo
सुनो कभी तुम नाराज हुए तो
हम झुक जायेंगे,
कभी हम नाराज हो तो आप
गले लगा लेना..!!
नहीं ‘मालूम ‘हसरत है या तू मेरी मोहब्बत है,बस इतना जानता हूं कि मुझको तेरी जरूरत है।
कुछ यूँ उतर गए हो मेरी रग-रग में तुम,कि खुद से पहले एहसास तुम्हारा होता है।
टूटा हो दिल तो दुःख होता है,करके मोहब्बत किसी से ये दिल रोता है,दर्द का एहसास तो तब होता है,जब किसी से मोहब्बत हो और उसके दिल में कोई और होता है।