बचपन में तो हम भी श्री कृष्ण की तरह सुन्दर बच्चे थे....अब तो नौकरी के चक्कर में भैरो बाबा बन गए|- एक कर्मचारी
"शेरों" की तरह जीते थे जब तक कमाते नहीं थे...जब कमाना शुरू किया जिंदगी "शेरू" की तरह हो गयी!