इन आँखों को जब तेरा दीदार हो जाता है…
दिन कोई भी हो लेकिन त्यौहार हो जाता है
कमाल की चीज है ये मोहब्बत अधूरी हो सकती है,
पर कभी खत्म नही हो सकती।
तेरी दिलजारी का अंदाज भी गजब था,
अपना कभी बनाया नहीं,गैरो का होने ना दिया..
इश्क़ ने 'ग़ालिब' निकम्मा कर दिया
वर्ना हम भी आदमी थे काम के
होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है
इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है
“उसकी याद हमें बेचैन बना जाती हैं,
हर जगह हमें उसकी सूरत नज़र आती हैं,
कैसा हाल किया हैं मेरा आपके प्यार ने,
नींद भी आती हैं तो आँखे बुरा मान जाती हैं.”