क्या अजीब सी ज़िद है हम दोनो की,
तेरी मुझसे जुदा होने की,
और मेरी तेरे पीछे तबाह होने की ,,
वक़्त वक़्त की बात है..
जो अंग्रेज हमें गँवार
गरीब कहते थे ,..
आज उनकी छोरियां हमारे IPL में नाचने आती हैं!
साला प्यार भी
अजीब होता है, जिससे होता है
उसको छोड़कर
पूरे मोहल्ले को पता होता है !
प्यार करता हु इसलिए फ़िक्र करता हूँ, नफरत करुगा
तो जिक्र भी नही करुगा
हम आज भी शतरंज़ का खेलअकेले ही खेलते हे ,क्युकी दोस्तों के खिलाफ चालचलना हमे आता नही ..।