संता रोटी का एक निवाला खुद खा रहा था और एक पास बैठी मुर्गी को खिला रहा था…बंता :- “ ये क्या कर रहा है ? ”संता :- “ चिकन के साथ रोटी खा रहा हूँ ”
उसके बाद हमने ना रखी किसी से मोहब्बत की आस, क्योकि एक तजुर्बा ही था हमारे लिए बहुत खास.
मनुष्य के जीवन में आधे दुःख गलत लोगो से उम्मीद रखने से होते है ओर बाकी आधे सच्चे लोगो पर शक करने से होते है|
Dear Daddy,I may find a Prince someday,But you will always be my king..