बहुत अलग सा है
मेरे दिल का हाल,
एक तेरी खामोशी
और मेरे लाखों सवाल.
वो लफ्ज बने हिनही
जो बयाँ कर सके
मुझे कितनीमोहब्बत
तुमसे है
कहाँ मांग ली थी कायनात मैंने,जो इतना दर्द मिला,ज़िन्दगी में पहली बार खुदा,तुझसे ज़िन्दगी ही तो मांगी थी।।