Yun To Sapne Bahut Hasi Hote Hai, Par Sapno Se Pyaar Nahi Karte, Chahate To Tumhe Hum Aaj Bhi Hai, Bas Izhar Nahi Karte!
मिर्ज़ा ग़ालिब:हमें तो अपनों ने लूटागैरो में कहाँ दम थाअपनी कश्ती वहां डूबीजहां पानी कम थाग़ालिब की पत्नी:तुम तो थे ही गधेतुम्हारे भेजे में कहाँ दम थावहां कश्ती लेकर गए ही क्योंजहाँ पानी कम था!!
ज़रा सी रंजिश पर ,ना छोड़,किसी अपने का दामनज़िंदगी बीत जाती हैअपनो को अपना बनाने में..!