आदत बदल सी गई है
वक्त काटने की,
हिम्मत ही नहीं होती
अपना दर्द बांटने की..!!
ना जाने क्यों तुझे देखने के
बाद भी,
तुझे ही देखने की चाहत रहती है..!!
Mile ho tum humko
Bade naseebon se
Churaya hai maine
Kismat ki lakeeron se.
जो लम्हा साथ है, उसे जी भर के जी लेना..कमबख्त ये जिंदगी भरोसे के काबिल नहीं है|
सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूछ ही लिया करोमालूम हमे भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते|