मैं अपने फैसले को तब तक सही मानता हूँ,
जब तक उससे किसी को दुःख नही पहुँचता है.
एक लम्हें में हुआ था फासलों का फैसला,
फिर यकीं दिल को दिलाने में ज़माने लग गये!
फासला रखकर क्या हासिल कर लिया तुमने,
रहते तो आज भी तुम मेरे दिल मे ही हो.
हमें तुमसे मिलने के लिये मीलों का नही,
सिर्फ पलकों का फासला तय करना पड़ता है.
उनसे फासला भी बड़ा अजीब था,
हालातों से दूर वो दिल के करीब था.
किसे भूल जाएं किसे याद रखें मुश्किल है फैसला,
दिल और दिमाग के बीच तो बहुत कम है फासला.