अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नहीं,
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं।
शेरों के पुत्र शेर ही जाने जाते हैं,
लाखों के बीच फौजी पहचाने जाते हैं।
आतंकवादियों को माफ करना ईश्वर का काम है,
लेकिन उनकी ईश्वर से मुलाकात करवाना हमारा काम है।
चीर फाड़ के बहा देते हैं खून दुश्मन के सीने का,
वाह क्या स्वाद है फौजी बनकर ज़िन्दगी जीने का
जब जब नाम हीरो का होगा
तब तब ज़िक्र हिन्दुस्तान के वीरों का होगा।