चिंटू (मिंटू से)- भाई क्या कर रहा है?
मिंटू- भाई गर्मी को लेटर लिख रहा हूं.
चिंटू- क्या लिख रहा है.
मिंटू- डियर गर्मी...हिम्मत है तो दिसंबर-जनवरी में आ.
गर्मी के मौसम ने तो हद ही कर दी है.
मच्छर भी कान के पास आकर पूछने लगे हैं...
भाई तेरा खून ठंडा तो है न?
चिंटू- काश सूरज की पत्नी होती.
मिंटू- क्यों? चिंटू-उसे कंट्रोल में रखती है.
कुछ तो पढ़ी लिखी होगी ये गर्मी
वरना इतनी डिग्री लेकर कौन घूमता हैं
गजब की गर्मी है ,
दिल करता है की कम्बल ओढ़ कर आत्महत्या कर लू |
इतनी गर्मी पड़ रही है
की अब तो रात के बाद सीधे दोपहर होती है|