जिसे कोयल समझा वो कौवा निकला,
दोस्ती के नाम पर हौवा निकला,
जो रोकते थे हमें शराब पीने से,
आज उन्हीं की जेब में पौवा निकला।
जब होता है तुम्हारा दीदार, दिल धड़कता है बार-बार,
आदत से मजबूर हो तुम, न जाने कब मांग लो उधार।
धोखा मिला जब प्यार में हमे, ज़िन्दगी में उदासी छा गयी,
सोचा था छोड़ देंगे प्यार करना, पर आज मोहल्ले में दूसरी आ गयी।
मुस्कुरना तो हर लड़की की अदा है,और मेरे भाई !अगर तू उसे प्यार समझे!तो तू गधा है।
Aaj Tum Pe Aansuo Ki Barsat Hogi,
Fir Wahi Kali Raat Hogi,
Sms Na Kar Ke Tune Dil Dukhaya Hai Mera,
Ja Tere Badan Mein Khujli Sari Raat Hogi.