घमंड किस बात का है जनाब,
आज मिट्टी के ऊपर हैं,
तो कल मिट्टी के नीचे होंगे।
जिनमें कुछ नहीं होता है ना,
उनमें घमंड बहुत होता है।
तुम जलते रहोगे आग की तरह
और हम खिलते रहेंगे गुलाब की तरह
शहर भर मेँ एक ही पहचान है ‘हमारी’
सुर्ख आँखे,गुस्सैल चेहरा और नवाबी अदायेँ’