जो तूने कहा उसे मैं सिर झुका कर मान लेता,
बस ये घमंड में नहीं हसकर कहा होता।
इतने अच्छे अच्छे विचार हैं इस जग में उन
सबको धारण करो, क्या रखा है इस घमंड में?
मैं उसके प्यार में पागल होता रहा, और मैं
उसका प्यार था उसे इसका घमंड होता रहा।
क्यों करती है दुनिया घमंड सूरत पे
जब कि सारा कुसूर तो सीरत का है।
बहुत सारे अवगुण जो व्यक्ति में नहीं होने चाहिए,
उसमें से एक है घमंड।
"शिक्षा का सम्पूर्ण आधार ही घमंड की
समाप्ति और स्वाभिमान का विकसित होना है।"