घर जल रहा था मेरा सब तमाशा देख रहे थे,
जिनसे उम्मीद थी मदद की वो हाथ सेंक रहे थे!
बहुत आसान है जमीन पे घर खड़ा कर लेना,जिन्दगी गुजर जाती है दिल में घर बनाने के लिए.
एक के घर की ख़िदमत की और एक के दिल से मोहब्बत की,
दोनों फ़र्ज़ निभा कर उस ने सारी उम्र इबादत की…
घर में रहा था कौन कि रुखसत करे हमें,
चौखट को अलविदा कहा और चल पड़े!
घर अंदर ही अंदर टूट जाते हैं,
मकान खड़े रहते हैं बेशर्मों की तरह!
"माँ' तुम्हारा होना, सारी कमी पूरी कर देता है,मकान को घर , आसमां को जमीं कर देता है l"