फूलों की तरह महकते रहो,सितारों की तरह चमकते रहो,किस्मत से मिली है ये ज़िंदगी,खुद भी हंसो और औरों को भी हंसाते रहो..शुभ रात्रि।।
शुभ रात्रि।।
ये उदास शाम और तेरी ज़ालिम याद,
खुदा खैर करे अभी तो रात बाकि है.
देखो रात फिर आ गयी
गुड नाईट कहने की बात फिर आ गयी
हम बैठे थे सितारों की पनाह में
चाँद को देखा तो आपकी याद आ गयी
Good Night Dear
कभी तो आसमाँ से चाँद उतरे जाम हो जाए
तुम्हारे नाम की इक ख़ूब-सूरत शाम हो जाए