खुशियां करीब हों, जन्नत नसीब हो,
आप चाहें जिसे वो सदा आपके करीब हो,
कुछ इस तरह हो कर्म खुदा का आप पर,
कि ये चाँद तारे भी आपको नसीब हों।
शुभ रात्रि।
हो चुकी है रात अब सो भी जाइये
जो है दिल के करीब उनके ख़्वाबों में खो जाइये
कर रहा होगा कोई इंतज़ार आपका
खवाबों में सही उनसे मिल तो आईये
दिल तो करता है कि रोज मिल
सकें पर ये मुमकिन नहीं,
खैर हक़ीक़त में ना सही
ख़्वाबों में तो तुमसे मिल ही लेंगे हम।
हर रात मेरा नाम बोलकर सोया करो,
खिड़की खोल तकिया मोड़ कर सोया करो,
हम भी आयेंगे तुम्हारे ख्यालों में
इसलिए थोड़ी सी जगह छोड़ के सोया करो।
दिल की किताब में गुलाब उनका थारात की नींद में ख्वाब उनका थाकितना प्यार करते हो जब हमने पूछामर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका थागुड नाईट
ये रात चाँदनी बनकर आँगन में आये
ये तारे लोरी गा कर आपको सुनाएं,
आयें आपको इतने प्यारे सपने यार कि
नींद में भी आप हलके से मुस्कुराएं!!
Good Night Dear