रंगों भरी पिचकारी, रंगों भरे गुब्बारे
गुजिया और मिठाइयों की हो भरमार
ठंडई और भांग से भरा हो हर गिलास
ऐसा है हमारा रंगों भरा त्यौहार
होली मुबारक
खा के गुजिया, पी के भंग
लगा के थोड़ा-थोड़ा सा रंग
बजा के ढोलक और मृदंग
आओ खेले होली हम एक-दूजे संग