अजीब खेल है ये मोहब्बत का,किसी को हम न मिले|और कोई हमे न मिला|
वो छोड़ के गए हमें,न जाने उनकी क्या मजबूरी थी,खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं,ये कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी..
ऐ हवा उनको कर दे खबर मेरी मौत की... और कहेना,के कफ़न की ख्वाहिश में मेरी लाशउनके आँचल का इंतज़ार करती है..........
सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे खरीददार दर्द भी दे गया और दिल भी ले गया|
मैंने कहा था मुझे अपने दिल में रहने दो...क्योकि बेघर बच्चा आवारा हो जाता है..