बातें तो हर कोई समझ लेता है,
हमसफर ऐसा हो जो खामोशी भी समझे !
राह भी तुम हो राहत भी तुम ही हो,
मेरे सुख और दुख को बांटने वाली,
हमसफर भी तुम ही हो !
चेहरे पर तेरे सिर्फ मेरा ही नूर होगा उसके,
बाद फिर तू ना कभी मुझसे दूर होगा जरा,
सोच के तो देख क्या ख़ुशी मिलेगी जिस,
पल तेरी मांग में मेरे नाम का सिंदूर होगा !
ना सवाल बनके मिला करो,ना जवाब बनके मिला करो,मेरी जिंदगी मेरा ख्वाब है,मुझे ख्वाब बनके मिला करो...
जो लम्हा साथ है, उसे जी भर के जी लेना..कमबख्त ये जिंदगी भरोसे के काबिल नहीं है|
जरूरते भी जरुरी है, जीने के लिये लेकिन,तुझसे जरूरी तो, जिंदगी भी नहीं'...