बातें तो हर कोई समझ लेता है,
हमसफर ऐसा हो जो खामोशी भी समझे !
राह भी तुम हो राहत भी तुम ही हो,
मेरे सुख और दुख को बांटने वाली,
हमसफर भी तुम ही हो !
मेरा सफर अच्छा है लेकिन,
मेरा हमसफ़र उससे भी अच्छा है!
मुझे तलाश हैं एक रूह की, जो मुझे दिल से प्यार करे
वरना इंसान तो पेसो से भी मिल जाया करते हैं |