सितारों से कम और चाँद से रोशनी ज्यादा निकले,
जब भी तेरी मैं शक्ल देखूँ, हँस-हँस के मेरा दम निकले!
कमाल के तेर नखरेंकमाल का तेरा स्टाइल हैं,बात करने की तमीज नहीऔर हाथ में मोबाइल हैं.
बेज्जती मत करो किसी की यह बहुत बुरी बीमारी है,
आक्रोश के भावों से फिर आती है अपमान को बारी,
चाँद से रौशनी ज्यादा, और सितारों से कम निकले,
जब भी मैं तुझे देखूँ, मेरा हँस-हँस के दम निकले…
दुआ करते हैं हम खुदा से, के वो आप जैसा दोस्त और न बनाये,
एक कार्टून जैसी चीज है हमारे पास, कहीं वो भी कॉमन न हो जाये…
दिल की तमन्ना है कि मैं भी, अपनी पलकों पे बैठाऊँ तुझको,
बस तू अपना वजन कम करले, तो पलकों पर बिठा लूँ तुझको…