चाँद अब जमीन पर उतरने को हैं,
दिसंबर का महीना जा रहा हैं, जनवरी परवान चढ़ने को हैं.
मुझे यकीन हैं तुम आओगी आसमान से कोहरा छट रहा हैं,सूरज अभी छत पर चढ़ने को हैं.
गुड मॉर्निंग शायरी गर्लफ्रेंड
अब तो इस राह से वो शख़्स गुज़रता भी नहीं
अब किस उम्मीद पे दरवाज़े से झाँके कोई
अब इतनी देर भी ना लगा, ये हो ना कहींतू आ चुका हो और तेरा इंतज़ार हो।
ज़िंदगी से यही गिला है मुझेतू बहुत देर से मिला है मुझे
साँसों में तेरी खुशबु है, दिल में तू धड़कती है,
कैसे बताऊ तुझको मैं, तू कितना याद आती है।
ज़िन्दगी से ज्यादा बस इतनी फरमाइश है
की अब तस्वीर से नहीं
तफसील से मिलने की ख्वाइश है |