नाम क्या दूँ मैं अपनी दीवानगी को..
बेचैनी दिल की तड़पने लगी है..
इस रवानगी से में क्या कहूँ..
जो हर पल तुम्हे याद करने लगी है.
Happy Hug Day.
और क्या देखने को बाक़ी है
आप से दिल लगा के देख लिया
हम अपने इख़्तियार की हद से गुजर गए,चाहा तुम्हें तो प्यार की हद से गुजर गए,
जागी है अपने दिल में गुलाबों की आरज़ू,जब मौसम-ए-बहार की हद से गुजर गए।
कोई ख़ामोश ज़ख़्म लगती है
ज़िंदगी एक नज़्म लगती है
Twinkle Twinkle little star,
you are my pehla orakhri
pyar..!