खूबसूरत है वो जजबात जोदूसरों की भावनाओं को समझ जाये
समझने वाले तो खामोशी भी समझ लेते हैन समझने वाले जज्बात का भी मजाक बना देते है
कहां पर क्या हारना है ये जज्बात जिसके अंदर हैचाहे दुनिया फकिर समझे फिर भी वो ही सिकंदर है
चलो ख़ामोशियों की गिरफ़्त में चलते है…बातें ज़्यादा हुई तो जज़्बात खुल जायेंगे
चलो ख़ामोशियों की गिरफ़्त में चलते है…
बातें ज़्यादा हुई तो जज़्बात खुल जायेंगे